माँ दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए अद्भुत मंत्र।
संकट से बचने के लिए।
शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे ।
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमो स्तुते ॥
बिमारी से बचाव
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभिष्टान् ।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्माश्रयतां प्रयान्ति ॥
पुत्ररत्न की प्राप्ति हेतु :
देवकीसुत गोविंद वासुदेव जगत्पते ।
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः ॥
बड़े से बड़े बिमारी के समाधान हेतु :
जयन्ती मड्गला काली भद्रकाली कपालिनी ।
दुर्गा क्षमा शिवाधात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते ॥
शक्ति और बल प्राप्ति के लिए।
सृष्टि स्तिथि विनाशानां शक्तिभूते सनातनि ।
गुणाश्रेय गुणमये नारायणि नमोस्तुते ॥
मनचाहे जीवनसाथी पुरुषों के लिए
ॐ कात्यायनि महामाये महायेगिन्यधीश्वरि ।
नन्द गोपसुते देवि पतिं मे कुरु ते नमः ॥
महिलाओं के लिए मनचाहे जीवनसाथी हेतु ::
पत्नीं मनोरामां देहि मनोववृत्तानुसारिणीम् ।
तारिणीं दुर्गसंसार-सागरस्य कुलोभ्दवाम् ।।
माँ दुर्गा के 9 देवियों के बीज मंत्रों के जप से 9 देवियाँ स्वतः ही प्रसन्न होकर कृपा करने लगती हैं ।
9 देवियों को प्रसन्न करने हेतु स्वयं सिद्ध बीज मंत्र
चैत्र नवरात्रि आने वाली है नवरात्रि में माँ दुर्गा के अलग अलग 9अवतारों की उपासना की जाती है
नवदुर्गा प्रसन्न करने हेतु स्वयं सिद्ध बीज मंत्र
शैलपुत्री : ह्रीं शिवायै नम: ।
ब्रह्मचारिणी : ह्रीं श्री अम्बिकायै नम: ।
चन्द्रघंटा : ऐं श्रीं शक्तयै नम: ।
कूष्मांडा : ऐं ह्री देव्यै नम: ।
स्कंदमाता : ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम: ।
कात्यायनी : क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम: ।
कालरात्रि : क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम: ।
महागौरी : श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम: ।
सिद्धिदात्री : ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम: ।